Saturday, February 23, 2013

साक्षात्कार

कुछ सपने आँखों ले लिए हुए,
कुछ अधूरेपन के एहसास के साथ,
कुछ कर गुजरने की ठाने हैं  मन में,
कुछ किस्मत का भी साथ मिलने की आस..
हाथों में लिए हुए हैं अपने "अतीत" को,
और है अपने कल को बदलने की चाह..
एक अजब सा डर है मन में,
क्या होगा जब होगा साक्षात्कार..


Thursday, February 7, 2013

सपने

कुछ सपने बुला रहे हैं,
कुछ उम्मीदों के साथ आने को,
हर पल जो गुजर रहा है,
कुछ एहसास दिला रहा है,
बहुत कुछ है अभी पाने को,
मंजिल जो दिख रही है मुझे,
सफ़र अभी भी है चलने को,
मुश्किलें तो मिलेगी ही हर डगर पर,
होती हैं हर मंजिल की राह कांटो सी,
पर अगर सच करना है सपनो को,
कांटो से तो गुजरना ही पड़ेगा,
दुनिया याद रखे सदियों के लिए तो,
कुछ कांटो का दर्द तो सहना पड़ेगा...

Sunday, February 3, 2013

उम्मीदे


कुछ उम्मीदे उन्होंने लगायी होगी,
कुछ आस उनके मन में भी आई होगी,
होगा कल इस देश का बेहतर,
यह सोच कर फांसी गले लगायी होगी,
आज देखेंगे अगर वो इस देश की हालत,
क्या इस सदमे की वो सह पाएंगे,
जब देखेंगे आज लड़ते हैं आपस में,
कभी कहते थे जो हम भाई भाई हैं,
कहाँ गया वो जज्बा जो कभी हुआ करता था,
जब कर सपूत देश के लिए मरता था,
आज तरक्की की है कहने को हमने,
पर क्या आदर्शों  की चिता पर है ये,
कहते हैं शान से जी रहे हैं हम पर,
पूछो खुद से क्या जीना है ये......................

कुछ कर गुजरते हैं

हर दिन कुछ ख़ास लेकर आता है,
कुछ नया करने का एहसास लाता है,
जो समझते वो कुछ कर गुजरते हैं,
औरों का जीवन तो बस आता जाता है...