चारों ओर अँधेरा है,
डाला इसने डेरा है,
जाऊं अब किस ओर मैं,
शंका ने मन घेरा है ।
चाह रोशनी की मुझको ,
दिखती नहीं कहीं मगर,
निरत प्रयास करे है मन,
मिलती नहीं कोई डगर ।
करूँ मैं क्या यह सोचता,
निकलूं कैसे जाल से,
जितना करूँ प्रयास अब,
उतना ही ये कसे मुझे ।
उलझन के इस घेर में,
फसता ही जाये ये मन,
एक रास्ता चुना गलत,
चुनता गया गलत हर पल ।
यह राह ले गयी मुझे वहां,
जहाँ पहुँच खो दिया है सब कुछ,
सोचा था दुनिया होगी मेरी,
पर मिला मुझे एकाकी दुःख ।
मन में आया फिर यह विचार,
सोचा कि पीछे मुड़ जाऊं,
देखा पीछे तो कुछ न मिला,
अब जाऊं तो में कहाँ जाऊं ।
मन में फिर उठे सवाल कई,
मैं नहीं अकेला आया था,
थे कई लोग यहाँ साथ मेरे,
जिन्होंने मुझको उकसाया था ।
गए लोग कहाँ सोचा मैंने,
व्याकुल होकर दी एक पुकार,
बस गूँज सुनाई दी मुझको,
था छोड़ गया मुझको संसार ।
सीख मिली अब यह मुझको,
न करो गलत कभी जीवन में,
पर देर हो गयी है अब तो ,
फस गया हूँ उजड़े उपवन में।
किरण दिखाई दे कोई,
या मिल जाए कोई लौ ही अब,
कुछ तो हो जिससे दिख जाए,
आया था जिससे रास्ता वह ।
पर बहुत देर हो चुकी है अब,
यह जानता हूँ मन ही मन में,
जो आता है यहाँ जाता नहीं,
गुम जाता है इस दलदल में।
डाला इसने डेरा है,
जाऊं अब किस ओर मैं,
शंका ने मन घेरा है ।
चाह रोशनी की मुझको ,
दिखती नहीं कहीं मगर,
निरत प्रयास करे है मन,
मिलती नहीं कोई डगर ।
करूँ मैं क्या यह सोचता,
निकलूं कैसे जाल से,
जितना करूँ प्रयास अब,
उतना ही ये कसे मुझे ।
उलझन के इस घेर में,
फसता ही जाये ये मन,
एक रास्ता चुना गलत,
चुनता गया गलत हर पल ।
यह राह ले गयी मुझे वहां,
जहाँ पहुँच खो दिया है सब कुछ,
सोचा था दुनिया होगी मेरी,
पर मिला मुझे एकाकी दुःख ।
मन में आया फिर यह विचार,
सोचा कि पीछे मुड़ जाऊं,
देखा पीछे तो कुछ न मिला,
अब जाऊं तो में कहाँ जाऊं ।
मन में फिर उठे सवाल कई,
मैं नहीं अकेला आया था,
थे कई लोग यहाँ साथ मेरे,
जिन्होंने मुझको उकसाया था ।
गए लोग कहाँ सोचा मैंने,
व्याकुल होकर दी एक पुकार,
बस गूँज सुनाई दी मुझको,
था छोड़ गया मुझको संसार ।
सीख मिली अब यह मुझको,
न करो गलत कभी जीवन में,
पर देर हो गयी है अब तो ,
फस गया हूँ उजड़े उपवन में।
किरण दिखाई दे कोई,
या मिल जाए कोई लौ ही अब,
कुछ तो हो जिससे दिख जाए,
आया था जिससे रास्ता वह ।
पर बहुत देर हो चुकी है अब,
यह जानता हूँ मन ही मन में,
जो आता है यहाँ जाता नहीं,
गुम जाता है इस दलदल में।
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