लोगों का क्या है, वो कहते रहते हैं,
कुछ नहीं मिलता उनको जो इनकी सुनते हैं,
दुनिया लगी है आगे बढ़ने की होड़ में,
रह जाते पीछे जो कुछ अलग करने से डरते हैं ।
सवाल सैकड़ों उठा सकते हो तुम,
नहीं चाहते अगर कुछ भी करना,
बहाने बनाओगे कब तक यूँही,
नहीं करेगा और कोई पूरा तुम्हारा सपना।
सवाल औरों का नहीं खुद का है,
मन में तुमने क्या ठान के रखा है,
द्रण प्रतिज्ञ होकर जो चलते है,
उन्होंने ही स्वाद सफलता का चखा है ।
मौका है अभी कुछ हासिल करने का,
आज गुजरा पल कल वापिस नही आएगा,
अगर सोते रहोगे बस सपने देखने के लिए,
सपनो को तुम्हारे कोई और ले जाएगा ।
आज सुनोगे उनकी जो रोकते हैं तुमको,
कल फिर यह वाकया सोचकर पछताओगे,
धूल धूसरित जब हो जाएंगे सपने तुम्हारे,
यही चेहरे तुम खुद पर हँसते हुए पाओगे ।
कुछ नहीं मिलता उनको जो इनकी सुनते हैं,
दुनिया लगी है आगे बढ़ने की होड़ में,
रह जाते पीछे जो कुछ अलग करने से डरते हैं ।
सवाल सैकड़ों उठा सकते हो तुम,
नहीं चाहते अगर कुछ भी करना,
बहाने बनाओगे कब तक यूँही,
नहीं करेगा और कोई पूरा तुम्हारा सपना।
सवाल औरों का नहीं खुद का है,
मन में तुमने क्या ठान के रखा है,
द्रण प्रतिज्ञ होकर जो चलते है,
उन्होंने ही स्वाद सफलता का चखा है ।
मौका है अभी कुछ हासिल करने का,
आज गुजरा पल कल वापिस नही आएगा,
अगर सोते रहोगे बस सपने देखने के लिए,
सपनो को तुम्हारे कोई और ले जाएगा ।
आज सुनोगे उनकी जो रोकते हैं तुमको,
कल फिर यह वाकया सोचकर पछताओगे,
धूल धूसरित जब हो जाएंगे सपने तुम्हारे,
यही चेहरे तुम खुद पर हँसते हुए पाओगे ।