Monday, November 20, 2017

काले व्यापार को

सरकार कुछ करती नहीं, यह जाप करते रहे,
थोडा आन्दोलन किया और शोर करते गये,
विचलित थे कि देश में कुछ करने का अवसर नही,
बिना रिश्वत दिये इक फ़ाईल भी हिलती नहीं,

कहते हैं कि यह कुर्सी का सब दोष है,
बैठता है जो भी, वो खो जाता होश है,
आज तक ऐसी कोई सरकार नहीं हुयी,
बता सके अपना दुख जिसको कि हर कोई,

मलाल था उनको और था दुख का था साया,
इतने में ही रिश्वतखोरों पर सरकारी कहर छाया,
पकड़े गये वो लाखों की कालाबाजारी करते हुये,
कोशिश की रिश्वत देने की, पर कोई अफसर ना लिये,

कहने लगे कि ऐसा तो किसी ने अब तक नहीं किया,
छोटा मोटा खिलाकर हमने अपना हर धन्धा किया,
इसिलिए नहीं हमने चुना था इस सरकार को,
चलने ना दे हमारे ये काले व्यापार को।

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